नमस्कार दोस्तों ये तो आप सबभी जानते हैं कि वोडाफोन आइडिया एफपीओ (vodafone idea fpo )आ रहा है। आपसे लगभग ये 18,000 करोड़ रुपया पैसा मांग रहे हैं। एक चीज आपको पहले समझनी है वो ये है कि इस कंपनी के ऊपर अभी ऑलरेडी 2,00,000 करोड़ से ऊपर का कर्जा है।
इस लेख में हम कंप्लीट एनालिसिस करने वाले हैं। अगर आप ऑलरेडी वोडाफोन आइडिया के शेयर होल्ड करके बैठे हैं तो आपके लिए आगे के लिए क्या अपॉर्च्युनिटी है, यह भी समझ आएगा? अगर आपको इस में पैसा लगाना है तो पैसा लगा अगर आप लगाना चाहते हैं तो क्या चांस है पैसा बढने के और कितना बढ सकता है यह भी हम आपको बताएंगे और क्या रिस्क है, कितना लॉस हो सकता है यह भी आपको इस लेख में पता लगेगा। अगर आप एफपीओ के ऊपर सभी जानकारी चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
शेयर मार्केट क्या है : share market kya ha
आईपीओ और एफपीओ
अब आईपीओ और एफपीओ में क्या डिफरेंस होता है? आप सबको यह भी पता ही है कि इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग फर्स्ट टाइम कंपनी पब्लिक से पैसा उठाती है तो उसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग ( IPO )बोलते हैं। और ये एफपीओ का मतलब होता है फॉलो ऑन पब्लिक ऑफरिंग। पहले पैसा उठाया हुआ है। कंपनी दोबारा से जाकर फ्रेश नए शेयर लोगों को दे रही है और उसके बदले में लोगों से दोबारा पैसा उठा रही है। तो इसे बोलते हैं फॉलो ऑन पब्लिक ऑफरिंग।
Vodafone Idea FPO : वोडाफोन आइडिया के एफपीओ पैसे लगाए की नहीं
एफपीओ के अंदर कंपनी ने आपको प्राइस रेंज 10 से लेकर ₹11 की दिए है। इसका मतलब है पहली बात तो यह की कंपनी का 18 हज़ार करोड का एफपीओ है। इसका मतलब हो गया 18,000 करोड लोगों से उठाया जाएगा। रिटेल की जो परसेंटेज की बात करे तो वह 35 % है यानि की 35 % पैसा रिटेल कैटेगरी से उठाया जाएगा।
तो अगर आप लोग यह सोच रहे थे मैं आईपीओ में अप्लाई करता हूं। कभी आईपीओ लगता तो है नहीं, कभी मिलता तो है नहीं। पर ये इतना बडा एफपीओ है कि अगर आप इसके अंदर पैसा लगाएंगे तो बहुत हाई चांस है कि आपको अलॉटमेंट मिल जाएगा ।
रिस्क क्या है ?
- रिस्क यह है कि अभी मार्केट में वोलैटिलिटी है।
- युद्ध की स्थिति के कारण ग्लोबल सेंटीमेंट भी नेगेटिव है।
- कंपनी की नेट वर्थ गिरती जा रही है।
- कंपनी लॉस मेकिंग है।
- PE रेश्यो इसका नेगेटिव है।
अभी तक हमें समझ आ रहा है कि इसके अंदर रिस्क थोडे से ज्यादा है। आपको बताइए जियो और कॉम्पिटिटर है। लोग फाइव जी सर्विसेज के लिए जियो और एयरटेल पर पहले ही जा चुके हैं। वोडाफोन ने यह जो फाइव जी सर्विसेज है, इसे लाने में बहुत देरी कर दी। तो इसकी वजह से क्या हो रहा है कि इनका जो मार्केट शेयर है यह गिरता जा रहा है।
अगर आप देखोगे कि एफपीओ तो 18 हज़ार करोड का लेकर आ रहे हैं। लेकिन इनकी प्लानिंग ऐसे है की तकरीबन 30 से 45 हज़ार करोड रुपए अरेंज करना है। और उसके लिए यह सिर्फ एफपीओ के भरोसे नहीं बैठे है ये फिरसे डेट भी उठाने की प्लानिंग कर रहे हैं।
अब सुप्रीम कोर्ट ने सारी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी को 10 साल का टाइम दिया था कि अपना एजीआर ( AGR )जो है वह आपको भरना है। अब कंपनी को 2026 के अंदर 28 हज़ार करोड़ रुपया गवर्नमेंट को देना है । अभी आपसे 18,000 करोड़ उठा रहे हैं और 2 लाख करोड का ओवरऑल इनके ऊपर ऑलरेडी डेट है।
अब हम अपॉर्चुनिटी को भी समझ लेते हैं क्योंकि दोनों साइड की बातें करनी है।
अपॉर्चुनिटी
आपके दिमाग में आता होगा की गवर्नमेंट बंद नहीं होने देगी। गवर्नमेंट चाहेगी कि मार्केट में थोडा कंपटीशन रहे। जियो और एयरटेल की मोनोपॉली टाइप ना बन जाए इसलिए वोडाफोन को सर्वाइव करने के लिए गवर्नमेंट हेल्प करेगी।
यहां पर 33 % स्टेक वोडाफोन आइडिया में इस वक्त डीआईपीम का है। अब डीआईपीपी क्या है डीआईपीम में डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट। अब यहां पर डीआईपीम का परसेंट स्टेट गवर्नमेंट का स्टेक है तो कई सारे लोग इंडिया में ऐसी बातें भी कर रहे हैं की गवर्नमेंट नहीं बंद होने देगी वोडाफोन और आईडिया को
अब ये पेनी स्टॉक बन गया अब 10 ,11, 12 ,13 का जो शेयर होता है, यह ऑलमोस्ट पेनी स्टॉक होता है तो इस पर बहुत ज्यादा स्पेकुलेशन की जाती है कि यहां से 10 का 20 भी हो गया तो पैसा डबल हो जाएगा। तो लोग इस तरीके से भी मार्केट में बातें कर रहे हैं और यह लोगों को एक अपॉर्चुनिटी दिख रही है।
दूसरी चीज क्या है जो दिख रही है म्यूचुअल फंड , डीआयआय (DII ) , एफआयआय (FII ) होल्डिंग बढ़ गई है। तो कई सारे लोग कहते हैं अभी जो हमें नहीं पता वह इन्हें पता है और यह अपनी होल्डिंग बढा रहे हैं तो ऐसा क्यों हो रहा है ? हो सकता है यहां से शेयर को चलना हो तो यह भी मार्केट में अपॉर्चुनिटी की बात हो रही है।
31-12-2023 तक कंपनी के पास 19.3 मार्किट शेयर है और सब्सक्राइबर की बात करे तो 223 मिलियन सब्सक्राइबर है। इनके पास 10000 डिस्ट्रीब्यूटर और 787000 रिटेलर है तो इनके पास नेटवर्क तो बहुत बडा है। इसमें कोई डाउट नहीं है।
फंडामेंटल (FUNDAMENTAL ANALYSIS )
अब इसके अंदर जब हम इनके रेवेन्यू देखते हैं और रेवेन्यू और प्रॉफिट देखते हैं तो थोडी सी फंडामेंटल हमें करनी चाहिए। तो चलो देखते है।
2021 | 2022 | 2023 | |
REVENUE | 41673CR | 38221CR | ? |
ASSETSS | 203131 CR | 193931CR | 207273CR |
PROFITS | -46294CR | -28237CR | -29308CR |
यह कंपनी लगातार लॉस कर रही है तो कई सारे लोग ऐसे होते हैं जो लॉस मेकिंग कंपनी से दूर रहते हैं।
18 तारीख से लेकर 22 तारीख तक आप इस एफपीओ में चाहे तो पैसा लगा सकते हैं। अगर आप पैसा लगाते हैं तो 23 तारीख को आपको अलॉटमेंट मिल जाएगा। 24 तारीख को रिफंड आ जाएगा और 25 तारीख से इसकी लिस्टिंग हो जाएगी। उसके बाद आपको पता है। 18 हज़ार करोड का एफपीओ है तो हो सकता है सेलिंग प्रेशर भी देखे। मार्केट में प्राइस रेंज ₹10 से लेकर ₹11 है।एक लॉट के अंदर 1298 शेयर आ रहे हैं। मतलब लगभग 1300 शेयर के आसपास आपको मिल रहे हैं।
इन्वेस्टमेंट क्या हो जाएगी? अगर आप लोअर प्राइस बैंड चूज करते हैं तो 12 हज़ार ₹980। और अगर आप हायर प्राइस बैंड चूज करते हैं, तो आपकी इन्वेस्टमेंट 14278 आ रही है। अगर हम रेगुलर कोटे के हिसाब से जाए तो रिटेल मैक्सिमम 14 लॉट के लिए अप्लाई कर सकते हो।2 लाख से ऊपर की इन्वेस्टमेंट करनी है तो एचएनआई कोटा को चूज कर सकते हो।
आपके हिसाब से क्या लोगों को इस एफपीओ में पैसा लगाना चाहिए? लगाना चाहिए तो क्यों लगाना चाहिए? नहीं लगाना चाहिए तो क्यों नहीं लगाना चाहिए? कमेंट करके बता सकते हैं। और आप लगाने वाले है या नहीं वो भी बता सकते हैं।