Top 5 ETF’s – आज के इस ब्लॉग में हम जानेगे की ETF’s और Mutual Fund’s में क्या अंतर है और 2025 में आपको कहा निवेश करना चाहिए इस के बारे में आपको सभी जानकारी आज हम आपको देने वाले है। 2025 में आपको कोनसे पर ध्यान देने की जरुरत है ?
ETF’s और Mutual Fund’s में क्या अंतर होता होता है ?

Mutual Fund को एक पोर्टफोलियो स्टॉक्स माना जाता है Mutual Fund’s Manager निवेश करते समय index में निवेश करते है जैसे की NIFTY 50 , NIFTY 100 कंपनी के वेटेज के हिसाब से निवेश करते है। इस तरह वो आपका पैसा index पर लगा ते है। इसी तरह सेक्टर के भी म्यूच्यूअल फंड्स आते है वो भी उसी तरह सिर्फ उस सेक्टर के जो कंपनी अच्छा कर सकती है उसी में निवेश करते है।
आप NET ASSET VALUE पर निर्भर करता है , और ये NAV दिन के END पर स्टॉक मार्केट के परफॉरमेंस पर निर्भर करता है , सभी इस NAV की कीमत पर buy करते है या फिर बेचते है। आपको Loan Against Mutual Funds भी मिल सकता है।
ETF का मतलब है Exchange Traded Funds ये भी म्यूच्यूअल फण्ड की तरह ही है , इसमे भी index का ,सेक्टर का , या फिर GOLD का ETF हो सकता है। ETF में आपको Mutual Fund’s की तरह मार्केट बंद होने का इंतजार नहीं करना पड़ता है , आप इसे मार्केट चालू होता है तभी buy या SELL कर सकते है । शायद इसी कारन ETF लोगो को जयादा पसंद होते है ।ETF , Mutual Fund’s के हिसाब से ज्यादा सस्ते होते है , Mutual Fund’s को मैनेज करने के कारन म्यूच्यूअल फण्ड थोडा महँगा होता है। ETF का EXPENSE RATIO कम देखने को मिलता है ।
Top 5 ETF’s : 2025 में आपको कोनसे पर ध्यान देने की जरुरत है
कोनसे भी ईटीएफ में निवेश करने से पहले प्लीज एक फाइनेंशियल एडवाइजर की राह लेकर ही इस डिसीजन को लीजिएगा प्लीज हमारे कहने पे ही मत मान लीजिएगा कि अरे यह बोल दिया तो यही सही है।
SBI ETF Nifty 50
निफ्टी 50 बहुत अच्छा है तो चाहे वो म्यूचुअल फंड फॉर्म में हो या ईटीएफ फॉर्म में हो यह आपको स्टेबल रिटर्न लॉन्ग पीरियड टाइम एंड इसीलिए बहुत अच्छा है। तो यह शेयर बाजार में निवेश करने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है और अगर आप इसे 10, 15, 20 साल तक करते हैं, तो यह आपको औसतन 12, 13% रिटर्न दे सकता है। इस ETF ने 5 साल में औसतन 15.6% रिटर्न दिया है।
सबसे अच्छी बात यह है कि इसका एक्सपेंस रेशियो केवल 0.04% है, जिसका मतलब है कि आपको 50 रुपये की शानदार कंपनी में बिलकुल फ्री में निवेश करने को मौका मिल सकता है।
Nippon ETF Junior BeEs
नेक्स्ट निप्पॉन इंडिया का ETF जूनियर सीड भी निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स है। ये वो कंपनियाँ हैं जो टॉप 50 में नहीं हैं, लेकिन 51 से 100 तक रैंक करती हैं।
यह निफ्टी 50 से अधिक जोखिमपूर्ण है क्योंकि यह शीर्ष 50 में नहीं है, इसलिए इसका आकार उनसे छोटा है और अस्थिरता थोड़ी अधिक है।
5 वर्षों की अवधि में संचयी रिटर्न 125 से अधिक रहा है, जिसका अर्थ है कि आपका पैसा 5 वर्षों में दोगुने से भी अधिक हो गया है।
Kotak Nifty PSU Bank ETF
जैसा कि नाम से पता चलता है, कोटक निफ्टी पीएसयू बैंक ईटीएफ पीएसयू बैंकों में निवेश करता है।
कोटक इंडिया ने पिछले 3 वर्षों में 140 प्रतिशत से अधिक का संचयी रिटर्न अर्जित किया है।
Motilal Oswal NASDAQ 100 ETF
आप भारत के बाहर के बाजारों में निवेश करना चाहते हैं, खासकर अमेरिका में। अमेरिका में निवेश करने के लिए बहुत कम विकल्प हैं, इसलिए यह ETF आपको मोतीलाल ओसवाल का नैस्डैक 100 ETF प्रदान करता है।
हमारे इंडिया में जैसे NIFTY 50 और SENSEX है उसी तरह ये NASDAQ 100 है। इससे आप अमेरिका में निवेश कर सकते है । इसका पिछले 5 सालो के रिटर्न्स की बात करे तो 23.6% देखने को मिल रहा है ।
Invesco India Gold ETF
गोल्ड की बात करे तो पिछले कुछ सालो में गोल्ड बहुत अच्छे खासे रिटर्न्स निवेश को बना के दे रहा है । nifty 50 से ज्यादा के रिटर्न्स गोल्ड में देखने को मिले है ।
आपको आपका पोर्टफोलियो diversify करना चाहते हो तो आपको गोल्ड में निवेश करना चाहिए ।
Disclaimer : इस लेख में प्रस्तुत जानकारी केवल शैक्षिक और सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। हम स्टॉक खरीदने या बेचने की सलाह नहीं देते हैं। ये भविष्यवाणियाँ हमारे शोध और तकनीकी डेटा पर आधारित हैं, बाजार में कोई भी अनिश्चितता शेयर की कीमत को प्रभावित कर सकती है, इसलिए निवेशकों को निवेश निर्णय लेने से पहले अपना स्वयं का शोध करना चाहिए। इस लेख के उपयोग से होने वाले किसी भी नुकसान या क्षति के लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।